मापनी (निर्धारित छंद में लिखना)

निर्धारित संरचना की मापनी देकर आप उसके अनुसार लिख सकते हैं। गीत गतिरूप आपको दिखाएगा कि आपकी पंक्ति मापनी के अनुकूल है कि उससे भटक रही है।

  • मापनी सुविधा को एक्टिवेट करने के लिए मापनी चेक बॉक्स पर क्लिक करें

  • मापनी डालने के लिए चेक बॉक्स दिखेगा। यहाँ आप इच्छित मापनी डालें —

अर्थात पंक्ति में मात्राओं की संरचना ऐसी होनी चाहिए। दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ अल्पविराम (यति) लघु-लघु-लघु… इत्यादि। मापनी में यति की जगह space दें।

मापनी को आप हिन्दी के अंकों में भी लिख सकते हैं जैसे २२२२ १११११२ २१२२१२२

प्रतिरूप ऐसे दिखेगा —

जिसमें दीर्घ लघु विराम की संरचना का दिए गए मापनी के संग मेल स्पष्ट दिख रहा है।

कविता की पंक्ति यदि मापनी के अनुकूल नहीं है तो वह भी प्रतिरूप में स्पष्ट हो जाता है। जैसे
2222 111112 2122122
आने जाने में लगता है समय बहुत ही रे

अनामी छंद भी

इस प्रकार, आप किसी भी छंद की मापनी दे सकते हैं। नामी छंद, या अनामी। कई बार कविता लिखते वक्त प्रारम्भिक पंक्तियाँ लय में होती हैं फिर आगे बढ़ते बढ़ते लय छूटता सा है। तो आप अपनी पंक्ति से ही मापनी बनाकर पहली पंक्ति में लिख सकते हैं।

जैसे विनोद तिवारी की कविता “प्यार का नाता” लें। यह किसी नामी छंद पर नहीं है (जहाँ तक हमें पता है)।
ज़िन्दगी के मोड़ पर यह प्यार का नाता हमारा।
राह की वीरानियों को मिल गया आखिर सहारा।
मैं तुम्ही को खोजता हूँ, चाँद की परछाइयों में।
बाट तकता हूँ तुम्हारी, रात की तनहाइयों में।
आज मेरी कामनाओं ने तुम्हे कितना पुकारा।

इसकी अपनी मापनी है जिसका हम प्रतिरूप देखर अनुमान लगा सकते हैं

प्रतिरूप और कविता की पंक्तियों को देखें तो स्पष्ट है कि इसकी मापनी है
21222122 21222122

यह मापनी देकर कविता की पंक्तियाँ देंखें —

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