कविता के किस पंक्ति में कितनी मात्रा है - गीत गतिरूप यह बताता है| इससे छंद में ठीक कहाँ त्रुटियाँ है यह स्पष्ट होता है| यह जान कर कवि शब्दों को बदल कर त्रुटियाँ सुधार सकता है|
छंदबद्ध कविता के लिए यह अत्यन्त आवश्यक है कि छंद में त्रुटियाँ न हों| छंदमुक्त कविता में भी एक निहित छंद होनी चाहिए जिससे कि लय का आभास कायम रहे| कविता में लय उसी तरह से महत्वपूर्ण है जैसे संगीत में ताल|
गीत गतिरूप में मुक्त छंद सम्बंधित भी सुविधायें हैं|
कविता में लय के विषय में जानना, काव्य विधा की प्रारम्भिक जानकारी है|
बहुत ही सहायक
हिंदी कवियों शायरों के लिए काफी सुविधा है, मात्रिक छंद लिखने में। मात्रा गणना और सही करना, बहुत आसान हो जाता है। बहुत ही सहायक है।
~ अरविन्द व्यास "प्यास", कवि, अबु धाबी, यू.ए.ई.
जादू की छड़ी
मेरी कविता
"कौन हूँ में" को काफ़ी पसंद किया गया, मुख्यत: भाषा व शब्दचयन की वजह से। साहित्य कुंज में प्रकाशित हुई| मैं उसका श्रेय गीत गतिरूप के "शब्द सम्पदा" को देना चाहता हूँ।
मैं गीत गतिरूप मात्रा गिनने में बहुतायत में इस्तेमाल करता हूँ। ख़ासकर दोहा जैसे छंदों को लिखते समय, जिसमें मात्रा ज्ञान अति अव्याशक है, गीत गतिरूप एक जादू की छड़ी का काम करता है । इससे कवि को बहुत मदद मिलती है- मात्रा गणना में, शब्द संयोजन में एवं शब्दावली चुनने में।
~ अजेय रतन, कवि और टाटा ब्लूस्कोप सटील में जनरल मैनेजर, पूणे भारत
Game-changer for poets
Amazing. This is a game-changer for many poets, empowering them to express themselves freely and creatively. I commend your dedication and contributions to making a positive impact in the literary community.
~ Amish Mehta, Businessman with a passion for life, Singapore
मराठी भी
ब्लॉग बहुत सुंदर एवं उपयोगी है। गीत गतिरूप भी। मैं हिन्दी और मराठी के लिए उपयोग करता हूँ इसका। बचपन से कविताओं में रुचि है। परिवार और करीबी दोस्तों के लिए लिखता हूँ।
~ संतोष कुलकर्णी, सॉफ़्टवेयर इंजीनियर, टेक्सास अमरीका
पारम्परिक और आधुनिक
इस सराहनीय वेबसाइट के लिए बधाई, जो पारम्परिक कलाओं को आधुनिक प्रौद्योगिकी से जोड़ कर, उन कलाओं को और प्रचलित होने में सहायता प्रदान कर रही है।
~ धीरेन्द्र त्रिपाठी, कवि और प्रौद्योगिकी सलाहकार, अहमदाबाद भारत