आप में से अधिकांश गीत गतिरूप का प्रयोग मोबाइल पर करते हैं, तो खास आपके लिए गीत गतिरूप में कुछ वृद्धि की गई है। संक्षिप्त विवरण पढ़, उपयोग कर बाताइयेगा कि इससे मोबाइल पर गीत गतिरूप और सुविधाजनक हुआ है कि नहीं —
पहले मोबाइल की सकड़ी स्क्रीन से प्रतिरूप अक्सर बाहर चला जाता था। पंक्ति कितने मात्राओं की है यह देखने दाहीने स्क्रोल करना पड़ता था।
अब, प्रतिरूप स्क्रीन की चौड़ाई के भीतर रहता है। जैसे कि बच्चन की इन पंक्तियों में —
कहते हैं तारे गाते हैं
सन्नाटा वसुधा पर छाया
नभ में हमने कान लगाया
फिर भी अगणित कंठों का यह
राग नहीं हम सुन पाते हैं!

कविता की पंक्तियाँ ज्यादा बहर की हो, और प्रतिरूप के डिब्बे बहुत छोटे नज़र आ रहे हों तो
* आप मोबाइल को घुमा सकते हैं जिससे प्रतिरूप नई चौड़ाई के अनुकूल चौड़ा हो जाए
या
* नई सुविधा “स्क्रीन फिट” पर क्लिक कर उसे ऑफ़ कर सकते हैं, जिससे कि प्रतिरूप अपने पूरे आकार में दिखे
जैसे धर्मवीर भारती की रचना कनुप्रिया की यह कुछ पंक्तियाँ –
जिसकी शेषशय्या पर
तुम्हारे साथ युग-युगों तक क्रीड़ा की है
आज उस समुद्र को मैंने स्वप्न में देखा कनु
मोबाइल पर यह प्रतिरूप बहुत ही छोटा दिख रहा है

तो या तो हम मोबाइल को घुमा सकते हैं —

या नई सुविधा “स्क्रीन फिट” पर क्लिक कर उसे ऑफ़ कर सकते हैं

और पहले के जैसे दाहिनी ओर स्क्रोल कर सकते हैं

आशा है कि अब बार बार लगभग हर कविता के लिए आपको अब दाहिने स्क्रोल नहीं करना होगा और “स्क्रीन फ़िट” को तब ही ऑफ़ करना होगा जब कविता ऐसी मांग करे।
यह सुविधा किसी भी मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप, मॉनिटर पर काम आ सकती है, किन्तु खास मोबाइल के प्रयोगकर्ताओं को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। शब्द सम्पदा (समानार्थक शब्द) के स्क्रीन को भी और परिष्कृत किया गया है जिससे कि वह कविता और प्रतिरूप के बीच न आए।
बताइयेगा इन बदलाव से गीत गतिरूप आपके लिए और उपयोगी हुआ क्या?
Is there any plan to go for mobile app?
As of now, there is no plan for mobile app.